GURU SARIKA DEV HAMARE MAN BHAVE,गुरु सरिका देव हमारे मन भावे

गुरु सरिका देव हमारे मन भावे, GURU SARIKA DEV HAMARE MAN BHAVE HINDI LYRICS,
RAJASTHANI BHAJAN LYRICS

GURU SARIKA DEV HAMARE MAN BHAVE
गुरु सरिका देव हमारे मन भावे


 

गुरु सरिका देव हमारे मन भावे


गुरु सरिका देव हमारे मन भावे, सदा मन भावे।
गुरु काटे करम की जान जीव सुख पावे | २
गुरु काटे भरम की जान जीव सुख पावे ,
गुरु सरिका देव....... 

अरे वा गुरासा जी सेन समझ कर धावे | २ 
भाई कुन संत सजान ,जीव डुल  जावे ,
अरे हुनर चतुर सुजान मन डुल जावे ,
अरे वा गुरासा जी देव समझ कर लावे ,
भाई कुन संत सुजान मन को डुलावे ,
गुरु सरिका देव....... 

ऐ इंगला पिंगला नारी सुधम को लावे | २ 
भाई अरद पुरद रा बीच माने ठहरावे 
गुरु सरिका देव....... 

अरे एक खंडित नाथ चरा चर धावे ,
भाई सकल भ्रम के माये रेद यु जावे | २ 
गुरु सरिका देव....... 

अरे बोल्या ईश्वर दास भरम ने भगावे | २ 
भाई सीतल चरणों के माये सदा सुख पावे 
गुरु सरिका देव....... 




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GURU SARIKA DEV HAMARE MAN BHAVE HINDI LYRICS,

guru sarika dev hamaare man bhaave

guru sarika dev hamaare man bhaave, sada man bhaave.
guru kaate karam kee jaan jeev sukh paave | 2
guru kaate bharam kee jaan jeev sukh paave ,
guru sarika dev....... 

are va guraasa jee sen samajh kar dhaave | 2 
bhaee kun sant sajaan ,jeev dul  jaave ,
are hunar chatur sujaan man dul jaave ,
are va guraasa jee dev samajh kar laave ,
bhaee kun sant sujaan man ko dulaave ,
guru sarika dev....... 


ai ingala pingala naaree sudham ko laave | 2 
bhaee arad purad ra beech maane thaharaave 
guru sarika dev....... 

are ek khandit naath chara char dhaave ,
bhaee sakal bhram ke maaye red yu jaave | 2 
guru sarika dev....... 

are bolya eeshvar daas bharam ne bhagaave | 2 
bhaee seetal charanon ke maaye sada sukh paave 
guru sarika dev.......


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RAJASTHANI BHAJAN LYRICS





गुरु सरिका देव हमारे मन भावे, सदा मन भावे।
गुरु काटे करम की जान जीव सुख पावे | २
गुरु काटे भरम की जान जीव सुख पावे ,
गुरु सरिका देव....... 

अरे वा गुरासा जी सेन समझ कर धावे | २ 
भाई कुन संत सजान ,जीव डुल  जावे ,
अरे हुनर चतुर सुजान मन डुल जावे ,
अरे वा गुरासा जी देव समझ कर लावे ,
भाई कुन संत सुजान मन को डुलावे ,
गुरु सरिका देव....... 

ऐ इंगला पिंगला नारी सुधम को लावे | २ 
भाई अरद पुरद रा बीच माने ठहरावे 
गुरु सरिका देव....... 

अरे एक खंडित नाथ चरा चर धावे ,
भाई सकल भ्रम के माये रेद यु जावे | २ 
गुरु सरिका देव....... 

अरे बोल्या ईश्वर दास भरम ने भगावे | २ 
भाई सीतल चरणों के माये सदा सुख पावे 
गुरु सरिका देव....... 



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