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| कंचन वाली काया भजन |
कंचन वाली काया भजन , Kanchan wali kaya Rajasthani bhajan hindi lyrics
Song : Kanchan Wali Kaya
Album : Baikunth Dham Bhilwada Live
Singer : Prakash Mali
Music : PMD STUDIO
Lyrics : Traditional Music
Label : Rajasthani lyrics
Category : Devotional
Track Genre : rajasthani Bhajan
कंचन वाली काया भजन
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला। .... २
लेणा वे जो लेलो ये जगत वाला मेला मु। २
मेलो ये बिछड़िया बाद फेर पछता वाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
लेणा वे जो लेलो ये लावा ये थारा हाथा सु। २
करलो भलाई वालो काम जगत जस पवाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
अमृत वाणी बोलो ये मोटा वाली जीवा सु। २
आवे -आवे फूलड़ा री बास अमर होई जावाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
गाणा वे जो गालो ये गुरासा वाला गीतड़ला। २
भैरव भजन मन संग भव से तीर जावाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
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Kanchan wali kaya Rajasthani bhajan hindi lyrics
kanchan vaali kaaya bhajan
kanchan vaalee kaaya o ,selaanee meto paavana. ek din jaavaala pher nahin aavaala. .... 2 lena ve jo lelo ye jagat vaala mela mu. 2 melo ye bichhadiya baad pher pachhata vaala. kanchan vaalee kaaya o ,selaanee meto paavana. ek din jaavaala pher nahin aavaala lena ve jo lelo ye laava ye thaara haatha su. 2 karalo bhalaee vaalo kaam jagat jas pavaala. kanchan vaalee kaaya o ,selaanee meto paavana. ek din jaavaala pher nahin aavaala amrt vaanee bolo ye mota vaalee jeeva su. 2 aave -aave phoolada ree baas amar hoee jaavaala. kanchan vaalee kaaya o ,selaanee meto paavana. ek din jaavaala pher nahin aavaala gaana ve jo gaalo ye guraasa vaala geetadala. 2 bhairav bhajan man sang bhav se teer jaavaala. kanchan vaalee kaaya o ,selaanee meto paavana. ek din jaavaala pher nahin aavaala
Kanchan wali kaya Rajasthani bhajan hindi lyrics
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला। .... २
लेणा वे जो लेलो ये जगत वाला मेला मु। २
मेलो ये बिछड़िया बाद फेर पछता वाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
लेणा वे जो लेलो ये लावा ये थारा हाथा सु। २
करलो भलाई वालो काम जगत जस पवाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
अमृत वाणी बोलो ये मोटा वाली जीवा सु। २
आवे -आवे फूलड़ा री बास अमर होई जावाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
गाणा वे जो गालो ये गुरासा वाला गीतड़ला। २
भैरव भजन मन संग भव से तीर जावाला।
कंचन वाली काया ओ ,सेलाणी मेतो पावणा। २
एक दिन जावाला फेर नहीं आवाला
कंचन वाली काया भजन राजस्थान का एक बहुत शानदार वे फ़ेमस है। ओर इस भजन को राजस्थान के हर प्रान्त में गया जाता है , और कंचन वाली काया भजन का भावार्थ यही होता है इन्सान इस दुनिया रूपी मोह माया को त्याग दे और जो तेरी इच्छाये है वो तू कर। और कवी इस भजन के माध्यम से लोगो को कहना चाहते है की ये शरीर नश्वर है एक दिन समाप्त हो जायेगा ,
इसलिए इस शरीर पर घमंड मत कर प्रभु की सेवा कर जीवो की मदद कर।

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