parvati mata ji ki aarti in hindi lyrics, श्री पार्वती मां की आरती
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| parvati mata ji ki aarti in hindi lyrics, |
Devi Aarti: Om Jai
Parvati Mata
Singer: Anuradha
Paudwal Music
Director: Arun
Paudwal Lyrics:Traditional
Album: Om Jai
Jagdish Hare I(Aarti Sangrah) Music
Label: T-Series
श्री पार्वती मां की आरती
जय पार्वती माता , मैया जय पार्वती माता ,
ब्रह्म सनातन देवी , शुभ फल की दाता । ॐ जय . . . . . .
अरिकल पद्म विनासनि , जय सेवक त्राता ,
जग जीवन जगदंबा , हरिहर गुण गाता । ॐ जय . . . . . .
सिंह को वाहन साजे , कण्डल है साथा ,
देव वधू जहं गावत , नृत्य करत ता था । ॐ जय . . .
सतयुग शील सुसंदर , नाम सति कहलाता ,
हेमांचल घर जन्मी , सखियन रंगराता । ॐ जय . . . . . .
शंभ निशुंभ विदारे , हेमांचल स्याता ,
सहस भुजा तनु धरिके , चक्र लियो हाथा । ॐ जय . . . . . .
सृष्टि रूप तू ही जननी , शिव संग रंगराता ,
नंदी भंगी बीन लही , सारा मदमाता । ॐ जय . . . . . .
देवन अरज करत हम , चित को लाता ,
गावत दे दे ताली , मन में रंगराता । ॐ जय . . . . . .
श्री प्रताप आरती मैया की , जो कोई गाता ,
सदा सुखी नित रहता , सुख संपति पाता । ॐ जय . . . . . .
parvati mata ji ki aarti in hindi lyrics,
OmJai parvati mata, maiya jai parvati mata |
Braham sanatan devi, subh phal data || Om Jai....
Arikul padhham vinasani, jai sevak trata |
jag jivan jagdamba, harihar gun gata || Om jai...
Singh ko vahan saje, kundal hai satha |
dev vadhu jah gavat, nritaya karata ta tha || Om jai...
Satyug sheel susundar, name sati kahlata |
Hemachal ghar janmi, sakhiyan rangrata || Om Jai...
Sumbh nisumbh vidare, hemanchal syata |
Sahas bhuja tanu dhrike, chakra liyo hatha || Om jai...
Srushti rup tu hi janani, shiv sang rangrata |
nadi bhringi bin lahi, sara madmata || Om jai...
Deven araj karata hum, chit ko lata |
Gavat de de tali, man me rangrata || Om jai...
Shri partap aarti maiya ki, jo koi gata |
Sada sukhi nit rahta, sukh sampati pata || Om jai...
parvati mata ji ki aarti in hindi lyrics, श्री पार्वती मां की आरती
जय पार्वती माता , मैया जय पार्वती माता , ब्रह्म सनातन देवी , शुभ फल की दाता । ॐ जय . . . . . .
अरिकल पद्म विनासनि , जय सेवक त्राता , जग जीवन जगदंबा , हरिहर गुण गाता । ॐ जय . . . . . .
सिंह को वाहन साजे , कण्डल है साथा , देव वधू जहं गावत , नृत्य करत ता था । ॐ जय . . .
सतयुग शील सुसंदर , नाम सति कहलाता , हेमांचल घर जन्मी , सखियन रंगराता । ॐ जय . . . . . .
शंभ निशुंभ विदारे , हेमांचल स्याता , सहस भुजा तनु धरिके , चक्र लियो हाथा । ॐ जय . . . . . .
सृष्टि रूप तू ही जननी , शिव संग रंगराता , नंदी भंगी बीन लही , सारा मदमाता । ॐ जय . . . . . .
देवन अरज करत हम , चित को लाता , गावत दे दे ताली , मन में रंगराता । ॐ जय . . . . . .
श्री प्रताप आरती मैया की , जो कोई गाता , सदा सुखी नित रहता , सुख संपति पाता । ॐ जय . . . . . .

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